दबिश के दौरान एक माह की बच्ची की पुलिसकर्मी के पैर के नीचे दबने से हुई मौत

अलवर (राजस्थान) अलवर जिले के नौगांवा थाना क्षेत्र के रघुनाथगढ़ गांव में पुलिस दबिश के दौरान एक माह की बच्ची की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
बालिका के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस कर्मी के पैर के नीचे दबने के कारण बच्ची की मौत हुई। बच्ची चारपाई पर अपनी मां के साथ सो रही थी। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। लेकिन पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे। इसके विरोध में बड़ी संख्या में ग्रामीण एसपी आवास पर पहुंचे और आवास के बाहर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया।
रघुनाथगढ़ निवासी इमरान ने बताया कि दो गाड़ियों में पुलिसकर्मी आए। इस दौरान चारपाई पर सो रही उसकी एक माह की बच्ची अलिसबा के ऊपर पुलिसकर्मी ने पर रख दिया। उसके जूते के नीचे दबाने के कारण एक माह की बच्ची की मौत हो गई। इस दौरान बच्ची की मां ने जब पुलिसकर्मियों को रोकने का प्रयास किया। तो पुलिस कर्मियों ने उनको धक्के मार कर घर से बाहर निकाल दिया।
परिजनों ने कहा कि दबिश के दौरान महिला पुलिस कर्मी मौजूद नहीं थी। पुलिसकर्मी ऑनलाइन ठगी का आरोप लगा रहे थे। बच्ची की मौत के बाद जब घटना स्थल पर हंगामा होने लगा तो पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए। बच्ची के परिजनों ने मामले की सूचना नौगांवा थाना पुलिस को दी। लेकिन मौके पर पुलिस नहीं पहुंची।
इसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण गांव में इकट्ठा होकर अलवर पुलिस अधीक्षक के आवास के बाहर पहुंचे और वहां धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। मामले की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस टीम और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन धरना देने वाले लोग आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।
बच्ची के पिता इमरान ने बताया कि वो मजदूरी का काम करता है। ऑनलाइन ठगों से उसका कोई संबंध नहीं है। उसके तीन बच्चे थे। दो बच्चे उसके साथ पलंग पर सो रहे थे। जबकि उसकी एक माह की बच्ची अलिसबा उसकी पत्नी के पास कंबल में सो रही थी। दबिश के दौरान पुलिस कर्मियों ने बच्ची के ऊपर पैर रख दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।
इस संबंध में डिप्टी एसपी अंगद शर्मा ने बताया कि परिजनों की तरफ से मामले में लिखित शिकायत दी गई है। शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज करके मामले में जांच पड़ताल की जाएगी और उसमें जो दोषी होगा। उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।