भ्रष्टाचार की शिकायत वापस लेना पड़ा महँगा, शिक्षा मंत्री ने शिकायतकर्ता पर राजकार्य में बाधा डालने की FIR के दिए आदेश
राजस्थान के सिरोही में भ्रष्टाचार की शिकायत वापस लेने का एक मामला शिकायतकर्ता के लिए मुसीबत बन गया है। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने शिकायतकर्ता के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। खडात ग्राम के वार्ड पंच रामलाल माली ने 17 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री कार्यालय में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने ग्राम पंचायत खडात के सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री कार्यालय ने जांच के लिए संभागीय आयुक्त पाली को पत्र भेजा। आयुक्त ने 21 मई 2024 को मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला सिरोही को जांच के निर्देश दिए। इसी बीच शिकायतकर्ता रामलाल माली ने 50 रुपए के नॉन ज्यूडिशियल स्टांप पेपर पर नोटरी से सत्यापित शपथ पत्र जमा कर दिया। इसमें उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले ली और कोई जांच नहीं करवाने की बात कही। संभागीय आयुक्त पाली ने शिकायत वापसी के आधार पर मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने की रिपोर्ट दी। मंत्रालय ने यह मामला मंत्री मदन दिलावर के समक्ष प्रस्तुत किया। मंत्री ने शिकायतकर्ता के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करने और पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं।